Lay Off क्या है,इसके प्रकार,और इससे बचने के उपाय

Lay Off – “ले-ऑफ” का अर्थ है नियोक्ता(Employeer) द्वारा श्रमिक(Worker or Employee) को रोजगार देने में असमर्थता, चाहे वह कोयले, बिजली, कच्चे माल या अन्य कारणों की कमी, मशीनरी की खराबी या कोई अन्य कारण हो, जिससे वह कर्मचारी कार्य करने से रोका गया हो अस्थाई तौर पर

आसान शब्दों में अगर इसे समझा जाए तो Lay Off में नौकरी देने वाला,नौकरी करने वाले को Temporary या pearmanent किसी भी कारण से जैसे उत्पादन में कमी,आर्थिक संकट,यूनिट बंद होना, प्राकृतिक कारणों में जैसे भूकंप,आपदा,मौसम की वजह से कार्य में रुकावट इत्यादि होने से ,उसे अस्थाई या स्थाई रूप से कार्य से निकाल देना या इसे बोलचाल की भाषा में छटनी करना भी कहते हैं।

Lay Off के प्रमुख प्रकार –

1 सरकारी आदेश या प्रतिबंध
2 मांग में कमी
3 प्राकृतिक आपदा
4 कच्चे माल या उसकी सप्लाई में कमी
5 आर्थिक संकट
6 यूनिट बंद होना या मशीनरी में खराबी
7 कार्य का मशीनीकरण होना
8 AI और रोबोट

Lay Off के फायदे और नुकसान

फायदे

कंपनी को आर्थिक राहत –

Lay Off से कम्पनी को कामगारों को सैलरी नहीं देनी पड़ती या कटौती कर आर्थिक रूप से कंपनी को सहायता मिल जाती है।

स्थाई नौकरी खत्म नहीं होती –

जब ले ऑफ अस्थाई होता है,तो Employeer अपने Employee को वापस काम पर बुला सकता है।इससे कंपनी को भी नौकरी के लिए नई भर्ती नहीं करनी पड़ती और साथ ही Employee को भी अपनी नौकरी में वापस आ जाने से नई नौकरी की तलाश नहीं करनी पड़ती है।

कंपनियों का अस्तित्व का बचाव –

कंपनी को इससे आर्थिक रूप से मजबूती मिल जाती है,और इससे कंपनी या यूनिट को बंद करने से बचा जा सकता है,बंद करने की नौबत में ले ऑफ किसी कंपनी के लिए बहुत कारगर होती है।

कर्मचारियों को राहत –

कुछ मामलों में कर्मचारियों को ले-ऑफ के दौरान सरकार या कंपनी से मुआवज़ा, भत्ता या आर्थिक सहायता मिलती है।

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नुकसान –

1.सैलरी बंद होना

2.मानसिक तनाव/बीमारियां

3.पारिवारिक और सामाजिक असुरक्षा

4.कर्ज बढ़ना

5.काम में अकुशलता

Lay Off से बचने के उपाय –

ले ऑफ से बचने के लिए कर्मचारी और मालिक दोनों को ही आवश्यकता होती है।

Employee के लिए

1.3-6 माह के लिए Savings और Emergency Fund रखें

2. समय रहते ही नई स्किल्स सीखें

3.Part time जॉब ढूंढे।

https://youtu.be/AxERMiQnNOU?si=uJIoqMMUnS33DK6J

4.सरकारी लाभ ले योजनाओं का

5.छोटे मोटे बिजनेस कर सकते हैं

6.कानूनी मदद ले,अगर ले ऑफ लीगल है तो आप मुआवजे की मांग के लिए कानूनी सहायता ले सकते हैं।

Employeer के लिए –

1. ले-ऑफ को अंतिम विकल्प के रूप में देखें

2.ले-ऑफ से पहले अन्य विकल्प अपनाएं:

3.शिफ्ट बदलना

4.अस्थायी छुट्टी

4.वॉलंटरी छुट्टी

5.ओवरटाइम बंद करना

6.Lay Off की स्पष्ट जानकारी कर्मचारियों को दे,और वार्तालाप जारी रखें रिहायरिंग की योजना पहले से बनाकर रखें अपने कर्मचारियों को प्रोत्साहित करें और उन्हें बेहतर सलाह दे

7.कानूनी प्रक्रिया का पालन करें

NOTE – ले-ऑफ अगर 50 से अधिक कर्मचारियों पर लागू हो तो राज्य सरकार की अनुमति अनिवार्य होती है (ID Act, 1947 के अनुसार)। हर कदम कानून के दायरे में हो।

https://lifekhabar.com/fixed-term-employment/

FAQs:

1.Lay-Off और Retrenchment में क्या अंतर है?

उत्तर – ले-ऑफ अस्थायी होता है, रिट्रेंचमेंट स्थायी रूप से नौकरी से निकालना होता है।

2.क्या बिना कारण ले-ऑफ किया जा सकता है?

उत्तर – नहीं, ले-ऑफ के लिए वैध कारण और प्रक्रिया का पालन जरूरी होता है।

3.ले-ऑफ होने पर कर्मचारी क्या कर सकता है?

उत्तर – श्रम विभाग में शिकायत या श्रम न्यायालय में केस कर सकता है।

अस्वीकरण –

यह लेख औद्योगिक संबंध कोड 2020 पर आधारित है जिसे आपको आसान भाषा में समझाने का प्रयास किया गया है। जिससे Employee और Employeer दोनों को अपने अधिकार, दायरों की जानकारी रहे,साथ ही जागरूकता बनी रहे।

 

 

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