GT Vs RR वैभव सूर्यवंशी का मात्र 35 गेंदों में शतक ,बने पहले भारतीय ,यूसुफ पठान के 37 बालों का रिकॉर्ड टूटा राजस्थान रॉयल्स 8 विकेट से मैच जीता
कहानी –
राजस्थान रॉयल्स ने गुजरात टाइटंस को 8 विकेट से हराया। आज की यह रात राजस्थान का वैभव इतिहास में अमर हो गया ,यह कल्पना करना भी किसी के कल्पना में नहीं था कि एक चौदह वर्षीय बालक ऐसा कारनामा कर सकता है,आइए जानते है आज का चमकता तारा भविष्य का सूरज बनने वाला है ,इस चमकते सितारे ने गेंदों को सितारों तक पहुंचाया ,इस सूर्यवंशी ने आज एक और एक ग्यारह छक्कों के तारे दिखाए गुजरात टाइटंस को । आइए जानते है किस तरह से उन्होंने इतिहास बदल दिया।गुजरात टाइटंस ने 210 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया ,जिसके जवाब में राजस्थान रॉयल्स के ओर से ओपनिंग बल्लेबाजी करने आए वैभव सूर्यवंशी ने मात्र 35 गेंदों में जड़ा छक्के के साथ अदभुत और आश्चर्यजनक शतक ।आइए देखते है हर वो बॉल जिसने बाउंड्री को कभी चूमा कभी फ्लाइंग किस देते हुए ऊपर आसमान में सितारों को छू गई।
वैभव सूर्यवंशी की पारी की हर बॉल पर नजर –
पहली गेंद – 0
दूसरी गेंद – 6
तीसरी गेंद – 1
चौथी गेंद – 0
पांचवीं गेंद – 1
छठवीं गेंद – 0
सातवीं गेंद – 1
आठवीं गेंद – 6
नवमी गेंद – 6
दसवी गेंद – 4
ग्यारहवीं गेंद – 0
बारहवीं गेंद – 6
तेरहवीं गेंद – 4
चौदहवीं गेंद – 6
पंद्रहवीं गेंद – 0
सोलहवीं गेंद – 6
सत्रहवीं गेंद – 4
अठारहवीं गेंद – 0
उन्नीसवीं गेंद – 0
बीसवीं गेंद – 1
इक्कीसवीं गेंद – 0
बाईसवीं गेंद – 1
तेईसवी गेंद – 1
चौबीसवीं गेंद – 0
पच्चीसवीं गेंद – 6
छबीसवीं गेंद – 0
सत्ताइसवी गेंद – 4
अट्ठाइसवीं गेंद – 1
उनतीसवीं गेंद – 6
तीसवी गेंद – 4
इकतिसवीं गेंद – 6
बत्तीसवीं गेंद – 4
तैतीस्वी गेंद – 4
चौतीसवीं गेंद – 6
पैंतीसवी गेंद – 6
रिकॉर्ड वैभव सूर्यवंशी के नाम –
1. एक इनिंग(IPL) में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज
2. IPL में सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाज(भारतीय), यूसुफ पठान (2010)के 37 बॉल का रिकॉर्ड तोड़ा
3.T 20 में शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज (14 वर्ष 32 दिन)

बिहार की धरती पर 27 मार्च 2011 को जन्मा,5 फीट 11 इंच की ऊंचाई वाला बाएं हाथ से काम करने वाला मात्रा बारह वर्ष की नाबालिग उम्र में बिहार के लिए प्रथम श्रेणी में खेलने वाला और 14 साल की उम्र में आई पी एल खेलने वाला यह शख्स वैभव सूर्यवंशी है,इस उम्र में जब एक साधारण लड़का यह सोचने में भी सक्षम नहीं बन पाता कि वह बारहवीं के बाद कौन सा कोर्स करेगा ,और यह शख्स आज आई पी एल खेल रहा ,कल देश के लिए खेल सकता है , वैभव सूर्यवंशी ने यह दुनिया को एक बार फिर से बता दिया है कि उम्र सिर्फ एक नंबर है ,और जुनून और क्षमता उम्र की मोहताज नहीं होती ,ताकत का उम्र से कोई लेना देना नहीं ,आज जो छक्का एक तीस साल का क्रिकेटर मारता है ,यह शख्स उससे भी ज्यादा लंबा छक्का मात्रा 14 वर्ष की उम्र में मार रहा है,ये स्किल है तकनीक है,और बुद्धिमानी है,कोई संयोग नहीं है ,हा हम ये जरूर कह सकते है कि भाग्य उसके साथ है,चलो मान लेते है,कि भाग्य उसके साथ है,लेकिन अगर क्या किसी शख्स को बैट पकड़ाकर पिच में उतार दिए तो क्या वह इस आत्मविश्वास से ऐसी पारी खेल सकता है ,मेरे हिसाब से तो नहीं,भविष्य हमेशा भूतकाल को दोहराएगा भी और उससे आगे भी निकलेगा ,नए कीर्तिमान स्थापित करेगा ।इस धुरंधर बल्लेबाज की जितनी भी तारीफ करो ,कम है,लेकिन इसने यह जरूर सिद्ध कर दिया है कि भविष्य में ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं बचेगा जो टूटे न ,रिकॉर्ड टूटेगा भी और बनेगा भी,क्योंकि रिकॉर्ड बनते ही है टूटने के लिए ।