नागपुर के 5 प्रसिद्ध मंदिर

नागपुर,ऑरेंज सिटी,संतरों के शहर के नाम से प्रसिद्ध है। यह नाम शहर में बहने वाली नाग नदी के कारण पड़ा। वैसे तो शहर एवं इसके आसपास कई मंदिर है, किंतु मैं आपको नागपुर के 5 प्रसिद्ध मंदिर के बारे में जानकारी दूंगा,और अगर आप नागपुर में है या नागपुर घूमने की दृष्टि से आए हैं तो आपको इन मंदिरों में अवश्य घूमने जाना चाहिए।

नागपुर की स्थापना सन 1703 ईस्वी में देवगड(छिंदवाड़ा) के शासक गोंड वंश के राजा बख्त बुलंद शाह ने कि थी,नागपुर एक ऐतिहासिक महत्व रखने वाला शहर है इसकी विशेषताएं इस बात से भी समझी जा सकती है कि यहां रिजर्व बैंक आफ इंडिया अपने कुल सोने का भंडार 840.76 टन (2024 तक)का लगभग 413.79 टन विदेशो में तथा 408.31 टन भारत में मुंबई तथा नागपुर में हाई सिक्योरिटी के बीच रखा गया है, साथ ही यहां आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) का मुख्यालय, AIIMS (अखिल भारतीय आयुर्वेद विज्ञान संस्थान) IIM (इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट) स्थित है,साथ ही यहां पर्यटन की दृष्टि से दीक्षाभूमि, अंबाझरी झील,गोरेवाडा प्राणी संग्रहालय एवं जंगल सफारी,मनसर पुरातात्विक स्थल,केकरा नाला, नागर्धन किला, सीताबल्डी किला इत्यादि मौजूद है।

लेकिन आज हम धार्मिक दृष्टि से जानेंगे कि नागपुर में एवं उसके आस-पास ऐसी कौन कौन से मंदिर हैं जहां घूमने के बाद नागपुर हमेशा आपके दिल में बस जाएगा जिस तरह यह शहर भारत के दिल में बसा हुआ है।

नागपुर के 5 प्रसिद्ध मंदिर

  1. महालक्ष्मी जगदम्बा मंदिर(कोराडी माता मंदिर)
  2. स्वामी नारायण मंदिर
  3. बालाजी मंदिर
  4. पोद्दारेश्वर राम मंदिर
  5. श्री गणेश मंदिर (टेकडी)

महालक्ष्मी जगदम्बा मंदिर(कोराडी माता मंदिर) – कोराडी स्थान जो पहले जाखापुर के नाम से जाना जाता था।

वहां के राजा के 7 पुत्र थे, उनकी कोई पुत्री ना होने से राजा सदा दुखी रहते थे, राजा ने हवन,यज्ञ,पूजा,पाठ,तपस्या आदि पूरे मन से करके भगवान को प्रसन्न किया और वरदान के रूप में कन्या की मांग की। राजा को अक्सर आदिकालीन अवतार पवित्र और दीप्तिमान कुंवारी के रूप में दिव्य अनुभव होते थे, यह दिव्य पुत्री राजा के लिए प्रकाश मार्गदर्शक के रूप में राजा को उचित निर्णय लेने में स्पष्टता प्रदान करती थी,युद्ध में निष्पक्षता न्याय सुनिश्चित करने में मदद करती थी, युद्ध से विजयी होकर लौटने पर आदिशक्ति के रूप में उन्होंने सूर्यास्त के समय रुकने का फैसला लिया यह स्थान जाखापुर था जिसे आज कोराडी के नाम से जाना जाता है और महालक्ष्मी जगदंबा मंदिर कोराडी मंदिर के नाम से विख्यात है।

300 साल प्राचीन इस मंदिर को शक्तिपीठ माना गया है साथ ही महाराष्ट्र सरकार द्वारा पर्यटन स्थल के रूप में भी घोषित है। यहां मां जगदंबा की प्रतिमा का स्वरूप सुबह बालिका रूप में दोपहर में यौवन रूप में तथा रात्रि में वृद्ध(प्रौढ़)रूपमें दिखाई देता है। यहां माता स्वयं सिद्ध है किसी इंसान द्वारा प्रतिमा का निर्माण नहीं किया गया है, लगभग 7 वर्ष पहले इस मंदिर को राजस्थान के धौलपुर से पत्थर मंगाकर भव्य रूप दिया गया।इस पीठ में भक्तों की आस्था है कि हिंदू जीवन के स्तंभ धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की सफलता देवी के दर्शन से ही प्राप्त होती है,कहा जाता है कि जो पूरे श्रद्धा से माता लक्ष्मी जी के दर्शन करता है वह जीवन में कभी धन की कमी महसूस नहीं करता है।

पता – कोराडी , महादुला ,नागपुर महाराष्ट्र,441110

📞  9607979333

समय 

समय – सोमवार 6 am–10 pm

(घंटे अलग-अलग हो सकते हैं)

मंगलवार 6 am–10 pm

बुधवार 6 am–10 pm

गुरुवार 6 am–10 pm

शुक्रवार 6 am–10 pm

शनिवार 6 am–10 pm

रविवार 6 am–10 pm

 

स्वामी नारायण मंदिर – नागपुर में स्थित स्वामीनारायण मंदिर दुनिया का 750 वाँ मंदिर था जिसका उद्घाटन 7 अक्टूबर 2013 को हुआ था ,शाम के समय इस मंदिर की खूबसूरती रोशनी के जगमगाहट में भक्तों का मन मोह लेती है।

स्वामीनारायण संप्रदाय के संस्थापक स्वामीनारायण ने अपने आस्तिकता और देवता पूजा के दर्शन के हिस्से के रूप में मंदिरों की स्थापना की थी,स्वामी नारायण ने पहला मंदिर वर्ष 1822 ईस्वी में अहमदाबाद में बनवाया था उनकी विरासत में सबसे महत्वपूर्ण हमें वास्तुकला के रूप में दिखाई देती है,स्वामीनारायण के प्रत्येक मंदिर में भगवान श्री कृष्ण का कोई ना कोई रूप अवश्य दिखाई देता है,आज संपूर्ण विश्व के पांच महाद्वीपों में लगभग 1000 से अधिक स्वामी नारायण मंदिर देखे जा सकतेहै ,जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका,ऑस्ट्रेलिया,कनाडा,फिजी,केन्या,मॉरीशस,न्यूज़ीलैंड,पाकिस्तान,सेशल्स,स्वीडन,तंजानिया,थाईलैंड जैसे देश शामिल है,अभी हाल ही में वर्ष 2024 में संयुक्त अरब अमीरात के आबूधाबी में स्वामी नारायण मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण करके इसे भक्तों के लिए खोल दिया गया है।

पता – BAPS Shri Swaminarayan Mandir Swaminarayan Marg Middle Ring road, Wathoda Nagpur, Maharastra 440 030 India 

मोबाइल नंबर  9561112403, 9561112489

दर्शन का समय – 8:30 am–12 pm

4:00pm–8:30 pm

मंगलवार 8:30 am – 12:00pm

4:00pm–8:30 pm

बुधवार 8:30 am–12 pm

4:00pm–8:30 pm

गुरुवार 8:30 am–12 pm

4:00pm–8:30 pm

शुक्रवार 8:30 am–12 pm

4:00pm–8:30 pm

शनिवार 8:30 am–12 pm

4:00 pm–8:30 pm

रविवार 8:30 am–12 pm

4:00pm–8:30 pm

 

बालाजी मंदिर – बालाजी मंदिर नागपुर सेमिनरी हिल्स पर स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो भगवान विष्णु के अवतार भगवान बालाजी को समर्पित है। इस मंदिर का इतिहास पुराना है और इसकी देखभाल मोतीबाग श्री स्कंदन समाज द्वारा की जाती है। मंदिर में भगवान बालाजी के साथ-साथ भगवान कार्तिकेय की भी मूर्ति है, जो हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान की सेना के कमांडर हैं।

मंदिर की वास्तुकला में जटिल नक्काशी, मूर्तियाँ, और सजावटी तत्व शामिल हैं, जो इसकी सुंदरता को और भी बढ़ाते हैं। भगवान बालाजी की मुख्य मूर्ति के अलावा अन्य देवताओं और देवी-देवताओं की मूर्तियाँ भी हैं, जो इसकी धार्मिक महत्ता को दर्शाती हैं।

यह मंदिर न केवल धार्मिक अनुष्ठानों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य से घिरा होने के कारण पर्यटकों के लिए भी आकर्षक है। सेमिनरी हिल्स पर स्थित होने के कारण, यह मंदिर शांत और सुंदर वातावरण में स्थित है, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करता है।

मंदिर के परिसर में अन्य धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए भी स्थान है, जो इसकी महत्ता को और भी बढ़ाता है। बालाजी मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल है, जो अपनी जटिल वास्तुकला और धार्मिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर धार्मिक अनुष्ठानों और पूजा के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है, और इसकी प्राकृतिक सुंदरता इसे पर्यटकों के लिए भी आकर्षक बनाती है।

पता – सेमिनरी हिल्स, नागपुर,440006

📞 0712-2510250

समय- 

सोमवार 6:00 am – 11:00 am

             4:00 pm – 8:00 pm

मंगलवार 6:00 am – 11:00 am

             4:00 pm – 8:00 pm

बुधवार 6:00 am – 11:00 am

            4:00 pm – 8:00 pm

गुरुवार 6:00 am – 11:00 am

           4:00 pm – 8:00 pm

शुक्रवार 6:00am – 12:00 pm

            4:00 pm – 8:00 pm

शनिवार 6:00 am – 11:00 am

            4:00 pm – 8:00 pm

रविवार 6:00 am – 11:00 am

           4:00 pm – 8:00 pm

(घंटे बदल सकते है)

पोद्धरेश्वर मंदिर – एक उद्यमी पोद्दार परिवार द्वारा निर्मित लगभग 103 साल पुराना यह मंदिर पोद्दारेश्वर राम मंदिर के नाम से प्रसिद्द है,जो कि भगवान श्री राम को समर्पित है। यह मंदिर अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है, और मंदिर से हर साल रामनवमी के अवसर पर भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है, जिसमें 80 से अधिक चित्ररथ और झांकियाँ शामिल होती हैं। इन झांकियों में भगवान राम की जीवन गाथा से लेकर पौराणिक और ऐतिहासिक विषयों का मिश्रण प्रदर्शित किया जाता है, जो दर्शकों को आकर्षित करता है।

शोभायात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाते हैं, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। मंदिर में भगवान राम की मुख्य मूर्ति के अलावा अन्य देवताओं और देवी-देवताओं की मूर्तियाँ भी हैं, जो इसकी धार्मिक महत्ता को दर्शाती हैं। रामनवमी के अवसर पर मंदिर में सुंदरकांड पाठ और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त भाग लेते हैं।

मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा उत्सव के दौरान भी भव्य दीपदर्शन और दीपोत्सव का आयोजन किया जाता है, जो इसकी धार्मिक महत्ता को दर्शाता है। पोद्दारेश्वर राम मंदिर न केवल धार्मिक अनुष्ठानों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह नागपुर की सांस्कृतिक विरासत का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। मंदिर का परिसर भक्तों के लिए शांति और आध्यात्मिक अनुभव का केंद्र है, जहाँ वे भगवान राम की भक्ति में लीन हो सकते हैं।

इसके अलावा, मंदिर में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जो समुदाय को एकजुट करने और धार्मिक चेतना को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पोद्दारेश्वर राम मंदिर की महत्ता न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से है, बल्कि यह नागपुर के इतिहास और संस्कृति का भी एक अभिन्न अंग है।

पता – 

 संतरा मार्केट, 110, सेंट्रल एवेन्यू,मेयो हॉस्पिटल के सामने , श्रीराम मार्केट, बजरिया, नागपुर, महाराष्ट्र 440018

समय

सोमवार  6:00am–11:30 am

              4:00pm–9:30 pm

मंगलवार 6:00am–11:30 am

              4:00pm–9:30 pm

बुधवार 6:00am–11:30 am

           4:00pm–9:30 pm

गुरुवार 6:00am–11:30 am

           4:00pm–9:30 pm 

शुक्रवार 6:00am–11:30 am

            4:00pm–9:30 pm

शनिवार 6:00am–11:30 am

            4:00pm–9:30 pm

रविवार 6:00am–11:30 am

           4:00pm–9:30 pm

(घंटे बदल सकते हैं)

 

श्री गणेश मंदिर (टेकडी) – कहा जाता है कि 250 वर्ष पुराने इस मंदिर में भगवान गणेश स्वयं विराजमान है, पीपल के पेड़ के नीचे यह मौजूद प्रतिमा खुद से प्रकट हुई थी,यह मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है, जो इसे एक अद्वितीय और आकर्षक स्थल बनाती है। मंदिर में भगवान गणेश की मुख्य मूर्ति है, जो भक्तों के लिए पूजा और आराधना का केंद्र है।

कहा जाता है कि भोसलेकालीन राजा महाराजा युद्ध में जाने से पहले गणपति टेकडी नाव से पार करके जाते थे ,क्योंकि उस समय यह शहर चारों तरफ से पानी से घिरा होता था,साथ ही जब भी सचिन तेंदुलकर क्रिकेट मैच खेलने नागपुर आते थे वो अवश्य गणपति टेकडी अवश्य जाते थे।

मंदिर की वास्तुकला और सजावट भगवान गणेश की महत्ता को दर्शाती है, और यहाँ की शांति और सुंदरता भक्तों को आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करती है। श्री गणेश मंदिर नागपुर की सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और यहाँ की धार्मिक गतिविधियाँ शहर की सांस्कृतिक पहचान को दर्शाती हैं।

मंदिर में भगवान गणेश की पूजा और आराधना के लिए विभिन्न अवसरों पर विशेष आयोजन किए जाते हैं, जैसे कि गणेश चतुर्थी के अवसर पर। इस दौरान मंदिर को सजाया जाता है, और भक्तों द्वारा विशेष पूजा और आरती की जाती है। मंदिर के आसपास का क्षेत्र भी प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है, जो भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करता है।

श्री गणेश मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह नागपुर के इतिहास और संस्कृति का भी एक अभिन्न अंग है। यहाँ की धार्मिक गतिविधियाँ और अनुष्ठान भक्तों को आध्यात्मिक शांति और संतुष्टि प्रदान करते हैं। मंदिर की महत्ता को देखते हुए, यहाँ बड़ी संख्या में भक्त और पर्यटक आते हैं, जो इसकी प्रसिद्धि और महत्व को दर्शाती है।

 

पतासमय
रेलवे स्टेशन, गणेश टेकड़ी रोड, सीताबर्डी, नागपुर, महाराष्ट्र 440001
मोबाइल नंबर- 07741952292
सोमवार 5 am–11 pm
मंगलवार। 5 am–11 pm
बुधवार 5 am–11 pm
गुरुवार 5 am–11 pm
शुक्रवार 5 am–11 pm
शनिवार 5 am–11 pm
रविवार। 5 am–11 pm
(घंटे बदल सकतेहैं)

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